टीम इंडिया के पास Asia Cup जितने का मौका, पाकिस्तान ने टीम में शामिल किये है अनुभवहीन गेंदबाज

पाकिस्तान के सबसे तेज गेंदबाज हारिस रऊफ का लाइन-लेंथ पर कोई नियंत्रण नहीं है। वे नयी गेंद के साथ रफ्तार तो निकालते हैं लेकिन दिशाहीन हैं। इसकी वजह से 1-15 ओवर के बीच वे खूब रन लुटाते हैं। पाकिस्तान के अन्य तेज गेंदबाज नसीम शाह ने अभी तक सिर्फ टेस्ट मैच ही खेला है। उन्होंने 13 टेस्ट मैचों में 33 विकेट लिये हैं जो एक औसत प्रदर्शन है। टी-20 में उनका डेब्यू होने वाला है। सफेद गेंद के साथ उनकी योग्यता अभी परखी जानी है। अगर वे 28 अगस्त को भारत के खिलाफ खेले तो इस बड़े मैच का उन पर एक दबाव होगा। तीसरे प्रमुख तेज गेंदबाज शहनवाज दहानी को केवल दो टी-20 मैच खेलने का अनुभव है। इन दो मैचों में उन्हें सिर्फ दो विकेट मिले हैं।



अनुभवहीन तेज गेंदबाजी

मोहम्मद वसीम जूनियर भी उभरते हुए तेज गेंदबाज हैं। इन्होंने पिछले साल ही टी-20 में डेब्यू किया था। 11 टी-20 मैचों में 17 विकेट लिये हैं। अगर शाहीन आफरीदी को छोड़ दिया जाय तो पाकिस्तान के अन्य सभी तेज गेंदबाज एक या दो साल पहले ही टीम में आये हैं। इन अनुभवहीन गेंदबाजों की धुनायी में भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। चोट से उबर कर यदि शाहीन आफरीदी भारत के खिलाफ खेले भी तो उनकी लय पहले की तरह नहीं रहेगी। पाकिस्तान के सबसे अनुभवी गेंदबाज शादाब खान हैं। वे दाएं हाथ लेगब्रेक गेंदबाज हैं। उन्होंने 64 टी-20 में 73 विकेट लिये हैं। उन्हें टीम का उपकप्तान बनाया गया है। उनमें तेज बल्लेबाजी की भी क्षमता है। टीम के दूसरे स्पिनर उस्मान कादिर हैं। वे पाकिस्तान के चर्चित स्पिनर अब्दुल कादिर के बेटे हैं। उस्मान कादिर ने दो साल पहले टी-20 में डेब्यू किया था। अब तक 18 टी-20 में 24 विकेट लिये हैं। इस तरह हम देखते हैं कि पाकिस्तान की टीम में शाहीन आफरीदी और शादाब खान के अलावा कोई दूसरा अनुभवी गेंदबाज नहीं है।


पाकिस्तानी गेंदबाजी को ध्वस्त करने का मौका

टी-20 में रोहित शर्मा और सूर्य कुमार यादव शुरुआती ओवरों से ही रनों की बरसात कर रहे हैं। पहली 10 गेंदों पर रोहित शर्मा का स्ट्राइक रेट करीब 153 है। पहले पावर प्ले के छह ओवरों में उनका स्ट्राइक रेट करीब 148 का है। वे भले कोई लंबी पारी नहीं खेल पाए हैं लेकिन 25-30 रन बना कर भी टीम को बहुत तेज शुरुआत देते हैं। आफरीदी, रऊफ, नसीम शाह के खिलाफ भी रोहित इसी तेजी से खेलेंगे। चूंकि अब टी-20 में 190 का भी टारगेट भी सेफ नहीं है। इसलिए पहले पावर प्ले में तेज गति से रन बनाना जरूरी है। भारतीय ओपनर्स इस काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। अब तो टीम में केएल राहुल और विराट कोहली भी आ गये हैं। कोहली का बल्ला भले पिछले कुछ समय से खामोश है। लेकिन उनके जैसा खिलाड़ी कभी भी वापसी कर सकता है। हो सकता है वे पाकिस्तान के खिलाफ ही अपना जवाबी वार करें।

2018 में रोहित का शतक

2018 के एशिया कप में 50 ओवर के मैच हुए थे। इस बार 20 ओवरों के मैच होंगे। 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पारी की शुरुआत की थी और दोनों ने शतक ठोका था। धवन तो अब टीम में नहीं हैं। लेकिन रोहित अब भारतीय टीम के कप्तान हैं। रोहित ने 2018 में 111 नाबाद की पारी खेली थी। तब पाकिस्तान की टीम में खतरनाक तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और शाहीन शाह आफरीदी भी खेल रहे थे। लेकिन रोहित और धवन की जोड़ी ने इनकी बखिया उधेड़ कर रख दी थी। 238 के लक्ष्य का पीछा करते हुए दोनों तेज पारी खेली। 32.4 ओवर में ही 200 रन पूरे कर लिये।

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